और दिन लिकरतेई तुरन्त मुक्ख पुजारिऔं, सास्तरिऔं, यहूदी बुजरग नेताऔं और सैरी महासभा नै सला करकै ईसु कै बांधकै ले गए और रोमी राजपाल पीलातुस के हात सौंप दओ।
जब लड़ाई भौत जादा होल लगी तौ सैनापति डर गओ कै कहीं जे लोग पौलुस के टुकड़ा-टुकड़ा ना कर दैं। तबई बानै सिपाईऔं कै हुकम दओ कै बे भीड़ मै जाकै पौलुस कै उनके बीच मैसै लिकारकै छाबनी मै ले जाऐ।