जब हमरे मौह सै परदा हट गओ है तौ हम एक दरपन के हाँई हैं। और बामै परभु की चमक कै देखै हैं। हम बी बाके हाँई बैसेई होनै लगै हैं, और हमरी चमक बढ़ती चली जावै है और जौ चमक परभु की आत्मा सै मिलै है।
इस बखत तुमरे ताँई मैं जो बी मुसीबत उठा रओ हौं, बाके बजै सै मैं खुस हौं। मसी को सरीर मतलब बिसवासिऔ की मंडली के ताँई मसी के दुख उठानै की जो बी कसर मेरी रैह गई है, बौ मैं अपने सरीर मै लेकै पूरी करौ हौं।
जो परमेसर की आगियाँऔ कै मानै है, बौ परमेसर मै बनो रैहबै है और परमेसर बामै, और परमेसर नै हमकै पबित्तर आत्मा दई है, बाके दुआरा हम जानै हैं कै परमेसर हम्मै रैहबै है।
इसई सै हम्मै पियार पक्को हो गओ है ताकि नियाय के दिन हम्मै हिम्मत बनी रैह। कैसेकै जो जिन्दगी हम जा दुनिया मै जी रए हैं, बौ मसी की जिन्दगी के हाँई है।