“मेरे अब्बा नै मैंकै सब कुछ सौंपो है, अब्बा कै छोड़कै कोई बी लौंड़ा कै ना जानै है, इसई हाँई अब्बा कै कोई बी ना जानै है, सिरप लौंड़ा जानै है और बौई, जिसके ऊपर लौंड़ा उसकै परकट कन्नो चाँहै है।
पर जो कोई उस जल मै सै पियैगो जो मैं बाकै देंगो, बौ फिर जिन्दगी भर कबी पियासो ना होगो, पर जो जल मैं बाकै देंगो, बौ बामै एक सोता बन जागो, जो हमेसा की जिन्दगी के ताँई उमड़तो रैहगो।”
बा खाने के ताँई मैहनत ना करौ जो सड़ जावै है, पर बा खाने के ताँई मैहनत करौ जो हमेसा जिन्दगी भर बनो रैहबै है, जिसकै आदमी को लौंड़ा तुमकै देगो, कैसेकै अब्बा यानी परमेसर नै बाई मै अपनी मौहर लगाई है।”
पर मुज जैसे सबई सै बड़े पापी के ऊपर ईसु मसी नै दया करकै अपनो सबर इसताँई दिखाओ कै, मैंकै एक उदाहरन के रूप मै उन लोगौ कै दिखाऐ जो आदमी मसी के ऊपर बिसवास करै है बौ हमेसा की जिन्दगी पांऐ।
जौ जिन्दगी परकट भई, और हमनै बौ देखो, और हम बाकी गभाई देवै हैं और अब हम तुमकै हमेसा की जिन्दगी की खबर बताबै हैं, जो अब्बा के संग हो और हमरे ऊपर परकट भओ।
हम जानै हैं कै परमेसर को लौंड़ा आ गओ है और बानै हमकै समज दई, ताकि हम बा सच्चे परमेसर कै जान लैं और बामै बने रैंह जो सच्चो है, कैसेकै हम बाके लौंड़ा ईसु मसी मै बने रैहबै हैं। जौई सच्चो परमेसर है और हमेसा की जिन्दगी है।