तुमनै सुनी, कै मैंनै तुमसै कैई, ‘मैं जा रओ हौं और फिर तुमरे धौंरे आंगो।’ अगर तुम मैंसै पियार करते तौ खुस होते, इसताँई कै मैं अब्बा के धौंरे जा रओ हौं, कैसेकै अब्बा मैंसै महान है।
तब बाके कुछ चेलौ नै आपस मै कैई, “जौ का बात है जो बौ हम सै कैरओ है कै, ‘थोड़ी देर मै तुम मैंकै ना देखौगे, और फिर थोड़ी देर मै तुम मैंकै देखौगे, कैसेकै मैं अब्बा के धौंरे जा रओ हौं?’”
बौ परमेसर की बड़ाई की चमक है और बाको पूरो सौभाब बाईके हाँई है और बौ अपने बचन की सकति सै सिगरी चीजौ कै सई सै समारै है और बौ पापौं कै धोकै सुरग मै महान परमेसर के खाने हात बैठ गओ है।
हमरे बिसवास की सुरूआत कन्नै बारे और पक्को कन्नै बारे ईसु की ओर देखते रौह। ईसु नै लोगौ की बेजती कै अनदेखो करकै कुरूस को दुख झेलो जिस्सै कै बौ उनके ताँई रखी गई खुसी कै पाऐ। अब ईसु परमेसर के सिंगासन के खाने हात बैठो है।