“पर इब्राहिम नै कैई, ‘हे मेरे लौंड़ा, तू अपनी जिन्दगी मै अच्छी-अच्छी चीज ले चुको है, जबकि लाजर कै बुरी चीजई मिली हैं, पर अब हिंया बाकै सान्ति मिल रई है, और तू तड़प रओ है।
फिर ईसु के पियारे चेला नै पतरस सै कैई, “जौ तौ परभु है!” इसताँई जब समौन पतरस नै सुनो कै जौ परभु है तौ बानै अपनो ऊपर को पैहरनै बारो लत्ता कस लओ कैसेकै बानै लत्ता लिकार खाए हे और बौ झील मै कूद पड़ो।
पर जो कोई उस जल मै सै पियैगो जो मैं बाकै देंगो, बौ फिर जिन्दगी भर कबी पियासो ना होगो, पर जो जल मैं बाकै देंगो, बौ बामै एक सोता बन जागो, जो हमेसा की जिन्दगी के ताँई उमड़तो रैहगो।”
हम दुखी लोगौ के हाँई दिखाई देवै हैं, पर हम हमेसा खुस रैहबै हैं। हम गरीब लोगौ के हाँई दिखाई देवै हैं, पर दूसरौं कै सेट बना देवै हैं। लोग समजै हैं कै हमरे धौंरे कुछ ना है तौबी हमरे धौंरे सब कुछ है।
जो जेल मै कैद हे तुमनै उनके ऊपर तरस खाओ और जब तुमरी धन-दौलत लुटल लगी तब्बी तुमनै खुसी सै लुटन दई कैसेकै तुम जौ जानै हे कै तुमरे धौंरे इस्सै बी अच्छो और हमेसा टिके रैहनै बारी धन-दौलत है।
तबई जे दो बात हैं, एक बाकी कसम और दूसरो बाको बादो है, जो कबी ना बदलै है, और परमेसर झूँट ना बोल सकै है। इसताँई अगर हम परमेसर के धौंरे भाजकै बाकी सरन मै आवै हैं; और जो आस हमकै बानै देर खाई है, बाकै मजबूताई सै पकड़नै के ताँई हिम्मत मिलै।
तुमनै मसी कै देखो ना है, फिर बी तुम उस्सै पियार करौ हौ। तुम बाकै अबी देख ना पा रए हौ, मगर फिर बी बाके ऊपर बिसवास करौ हौ और एक ऐंसी खुसी और महिमा सै भरे भए हौ जिसकी कोई हद ना है।