21 जब कोई बईयर बालक जननै लगै है, तब बाकै दरद होवै है कैसेकै बाको टैम आ चुको है। मगर जब बौ बालक कै जलम दे चुकी होवै है, तौ इस खुसी सै कै एक बालक जा दुनिया मै पैदा भओ है बौ खुस होवै है और अपने दरद कै भूल जावै है।
कैसेकै पबित्तर सास्तर मै लिखो है कै, “हे बाँज तू खुसी मना, तैनै किसी कै पैदा ना करो, तेकै बालक जननै को दरद ना भओ, तू खूब हस कै खुसी मना। कैसेकै छोड़ी भई बईयर की औलाद, सुहागन की औलाद सै बी जादा हैं।” कैसेकै बा छोड़ी भई बईयर को लोग बाकै फिर सै अपनागो।
जब लोग जौ कैंगे कै, “अब तौ चैन और किसी बात को डर ना है” तौ तबई एकदम बिनास आगो और ऐंसो कै जैसे एक गरबबती बईयर के बालक जननै के बखत जो दरद अचानक सै आवै है बैसेई आगो और बा बिनास सै कोई बी बच ना पागो।