4 तुम मैं मैई बने रौह और मैं तुम्मै। जैसे डुग्गी अगर अंगूर की बेल मै बनी ना रैहबै है तौ अपने आप सै ना फल सकै है, बैसेई तुम बी अगर मैंई मै ना बने रैहए तौ ना फल सकौ हौ।
तुम खुद कै परखौ कै बिसवास मै खरे हौ कै ना हौ। तुम खुद कै जाँचौ। का तुम जौ ना जानौ हौ कै ईसु मसी तुमरे भीतर है? और अगर ऐंसो ना है, तौ तुम परखने मै खरे ना लिकरे।
जौ जबई हो सकै है जब तुम बिसवास मै पक्के और मजबूत रौह और जो अच्छी खबर तुमनै सुनी है बाकी आस ना छोड़ौ, जिसको परचार सिगरी दुनिया मै करो गओ और जिसको मैं पौलुस सेवक बी हौं।
इसताँई जब मैंसै रैहओ ना गओ तौ तुमरे बिसवास को हालचाल जान्नै के ताँई मैंनै तीमुथियुस कै भेजो। कैसेकै मैंकै जा बात को डर हो कै कहीं सैतान तुमकै अपने लालच मै फसा ना लै और हमरी मैहनत बेकार चली जाय।
जो कोई मसी की सिक्छा मै बनो ना रैहबै है पर बौ अग्गे बढ़तो जावै है, तौ बाके धौंरे परमेसर ना है। जो कोई मसी की सिक्छा मै बनो रैहबै है, बाके धौंरे परम पिता और लौंड़ा दौनौई हैं।