का तू बिसवास ना करै है कै मैं अब्बा मै हौं और अब्बा मैंई मै है? जो बचन मैं तुमसै कैबौ हौं बौ अपनी ओर सै ना कैबौ हौं, पर अब्बा जो मैंई मै रैहबै है बौई अपने काम कराबै है।
ईसु नै उनसै कैई, “मैं तुमसै सच-सच कैरओ हौं, लौंड़ा खुद सै कुछ ना कर सकै है, बौ सिरप बौई करै है जो अब्बा कै करतो देखै है, कैसेकै अब्बा जो कुछ करै है लौंड़ा बी बैसोई करै है।
तब ईसु नै मन्दर मै सिक्छा देते भए जोर सै कैई, “तुम मैंकै जानौ हौ, और जौ बी जानौ हौ कै मैं कहाँ सै आओ हौं। मैं अपने आप सै ना आओ, पर बौ जिसनै मैं भेजो हौं बौ सच्चो है, जिसकै तुम ना जानौ हौ
फिर ईसु नै उनसै कैई, “जब तुम आदमी के लौंड़ा कै ऊँचे मै चढ़ाऔगे तौ तुम जानौगे कै बौ मैं हौं। मैं अपनी ओर सै कुछ ना करौ हौं, पर मैं जो कुछ कैरओ हौं, बैसेई कैबौ हौं जैसे मैंकै अब्बा नै सिकाओ है।
ईसु नै उनसै कैई, “अगर परमेसर तुमरो अब्बा होतो, तौ तुम मैंसै पियार करते, कैसेकै मैं परमेसर सै लिकरकै आओ हौं और अब मैं हिंया हौं। मैं अपनी मरजी सै ना आओ, पर बाई नै मैंकै भेजो है।