12 “मैं तुमसै सच-सच कैबौ हौं, कै जो मेरे ऊपर बिसवास करै है, बे काम जो मैं करौ हौं, बौ बी करैगो और इनसै बी महान काम करैगो, कैसेकै मैं अब्बा के धौंरे जा रओ हौं।
ईसु नै उनकै जबाब दओ, “मैं तुमसै सच कैरओ हौं, अगर तुम बिसवास रक्खौ, और सक ना करौ, तौ तुम ना सिरप जौ करौगे, जो मैं अंजीर के पेड़ के संग कर चुको हौं, पर अगर इस पहाड़ सै बी कैऔगे, कै उखड़ जा, और समन्दर मै जा पड़, तौ बौ हो जागो।
थोड़ी दूर उसकै अंजीर को एक हरो भरो पेड़ दिखाई पड़ो, जौ देखनै के ताँई बौ पेड़ के धौंरे पौंचो कै सायद उसकै कुछ फल मिल जाँय, पर जब बौ बहाँ पौंचो तौ उसकै पत्तौ के सिबा कुछ ना मिलो, कैसेकै फल को मौसम ना हो।
तुमनै सुनी, कै मैंनै तुमसै कैई, ‘मैं जा रओ हौं और फिर तुमरे धौंरे आंगो।’ अगर तुम मैंसै पियार करते तौ खुस होते, इसताँई कै मैं अब्बा के धौंरे जा रओ हौं, कैसेकै अब्बा मैंसै महान है।
पर मैं तुमसै सच कैबौ हौं कै मेरो जानो तुमरे ताँई अच्छी बात है, कैसेकै अगर मैं ना जांऔ तौ बौ सायता कन्नै बारो तुमरे धौंरे ना आगो, पर अगर मैं जांऔ तौ बाकै तुमरे धौंरे भेज दंगो।
कैसेकै अब्बा लौंड़ा सै पियार करै है और बौ उन सब कामौ कै बाकै दिखाबै है जिनकै बौ खुद करै है, और बौ इनसै बी बड़े कामौ कै बाकै दिखागो जिस्सै तुम अचम्बो करौगे।
ईसु नै परमेसर के खाने हात की ओर सबई सै ऊँची जघै पाई, और बाकै बौ पबित्तर आत्मा दई जिसको बादो परम पिता परमेसर नै करर खाओ हो। फिर बानै जा आत्मा कै हमरे ऊपर उतारो जिसकै अब तुम देखौ और सुनौ हौ।
“हम इन लोगौ के संग का करैं? कैसेकै ऐरूसलेम के सिगरे रैहनै बारौ कै जौ पतो लग गओ हो कै इन लोगौ नै चमत्कार को चिन्न दिखाओ है, और जा सच्चाई सै हम मौह ना फेर सकै हैं।
बे अपने पक्के बिसवास की बजै सै बेमार लोगौ कै खटिया और सितरे समीत रस्ता के किनार रख देवै हे, कै जब पतरस बहाँ सै लिकरकै जाऐ तौ कम सै कम बाकी छाँई उनमै पड़ जाऐ।
तबई पतरस नै सिगरे लोगौ कै बाहार लिकार दओ और घूंटेऔ के बल पिराथना करल लगो और लाहस की ओर देक्कै कैई कै, “हे तबीता, उठ खड़ी हो जा।” तबई बानै अपनी आँख खोलीं और पतरस कै देक्कै उठकै बैठ गई।