कैसेकै मेरे अब्बा की इच्छा जौ है, कै हर एक आदमी जो लौंड़ा कै देखै है, और बाके ऊपर बिसवास करै है, बौ हमेसा की जिन्दगी पागो, और मैं खुद आखरी दिन मै बाकै जिन्दो करंगो।”
कै आत्मा या बचन या कोई चिट्ठी के दुआरा जो मानौ हमरी ओर सै हो और बामै लिखो होए कै परभु को दिन आ चुको है, तौ तुम अपने मन कै बेचैन ना होन देईओ और ना घबरइओ।