29 कुछ नै सोची कै रुपियौ की थैलिया यहूदा के धौंरे रैहबै है इसताँई ईसु बासै कैरओ हो कै तौहार के ताँई जरूरी सामान मोल ले आय या कैरओ है कै गरीबौ कै बौ कुछ दे दैए।
अब फसै को तौहार धौंरेई हो। ईसु कै जौ पतो हो कै मेरी घड़ी आ गई है कै मैं दुनिया छोड़कै अब्बा के धौंरे जांऔ। जिन लोगौ कै बौ इस दुनिया मै पियार करतो आओ हो उनसै आखरी तक बैसेई पियार करो।