“मेरे नाम मै जो कोई किसी बी एक बालक कै अपनाबै है, बौ मैंकै अपना रओ है, और जो कोई मैंकै अपनाबै है, बौ ना सिरप मैंकै अपना रओ है, पर मेरे अब्बा कै बी अपना रओ है, जिसनै मै भेजो हौं।”
“मैं तुमसै सच-सच कैरओ हौं, जो मेरे बचन सुनकै मेरे भेजनै बारे मै बिसवास करै है, हमेसा की जिन्दगी बाकी है, और बाके ऊपर सजा को हुकम ना है, पर मौत सै पार होकै बौ जिन्दगी मै पौंच चुको है।
तब ईसु नै मन्दर मै सिक्छा देते भए जोर सै कैई, “तुम मैंकै जानौ हौ, और जौ बी जानौ हौ कै मैं कहाँ सै आओ हौं। मैं अपने आप सै ना आओ, पर बौ जिसनै मैं भेजो हौं बौ सच्चो है, जिसकै तुम ना जानौ हौ