इसताँई भीड़ नै बाकै जबाब दओ, “हमनै नियम मै पढ़ो है कै मसी हमेसा रैहगो, फिर तू कैसे कैह सकै है, आदमी के लौंड़ा कै ऊँचे मै चढ़ाओ जानो जरूरी है? जौ आदमी को लौंड़ा कौन है?”
फिर ईसु नै उनसै कैई, “जब तुम आदमी के लौंड़ा कै ऊँचे मै चढ़ाऔगे तौ तुम जानौगे कै बौ मैं हौं। मैं अपनी ओर सै कुछ ना करौ हौं, पर मैं जो कुछ कैरओ हौं, बैसेई कैबौ हौं जैसे मैंकै अब्बा नै सिकाओ है।
मसी नै हमरे सराप कै अपने ऊपर लेकै नियम के सराप सै हमकै आजाद करो है। कैसेकै पबित्तर सास्तर मै जौ लिखो है कै, “जिसकै कुरूस मै लटका कै मारो बौ सरापित है।”
पर हम बा ईसु कै देखै हैं जिसकै कुछ घड़ी के ताँई सुरगदूतौं सै नीचे कर दओ हो, जिस्सै कै बौ परमेसर की दया सै सबई जनी के ताँई मौत कै महसूस करै। बाके मरनै को दुख झेलनै की बजै सै बड़ाई और इज्जत को मुकट पैहरे भए देखै हैं।
बौ हमरे पापौं कै अपने सरीर मै लेए भए कुरूस मै चढ़ गओ जिस्सै कै हम पापौं के ताँई मरै और धारमिकता के ताँई जिन्दगी जीऐं, कैसेकै पबित्तर सास्तर मै लिखो है, “बाईके मार खाने सै तुम अच्छे भए हौ।”
कैसेकै मसी हमरे पापौं के ताँई एकई बार मरो, मतलब की बौ निरदोस हो और अधरमी लोगौ की जघै मै एक धरमी मरो कै हमकै परमेसर के धौंरे ले जाय, पर सरीर सै बौ तौ मारो गओ हो लेकन परमेसर नै बाकै आत्मा मै जिन्दो करो हो।
बे जौ नओ गीत गाल लगे, “तू इस किताब कै लैनै और इसकी मौहर खोलनै के लायक है, कैसेकै तैनै बलि होकै अपने खून सै हर एक गोत और भासा और लोग और जाति मै सै परमेसर के ताँई लोग मोल लए हैं।