और तब सुरग मै परमेसर को मन्दर खुल गओ और उस मन्दर मै बाचा को सन्दूक दिखाई दओ, और फिर बिजली को चमकनो, बादर को गरजनो, गड़गड़ाहट की अबाज, हालोचालो भओ और बड़े-बड़े ओरे पड़े।
और मैंकै सुरग सै एक ऐंसी अबाज सुनाई दई, जैसे तेजी सै बड़ी नद्दिऔं मै बैहतो पानी और बादरौं के गरजनै के जैसी अबाज ही, और जो अबाज मैंनै सुनी बौ ऐंसी ही, जैसे भौत बींड़ा बजानै बारे बींड़ा बजा रए हौं।