कैसेकै मेरे अब्बा की इच्छा जौ है, कै हर एक आदमी जो लौंड़ा कै देखै है, और बाके ऊपर बिसवास करै है, बौ हमेसा की जिन्दगी पागो, और मैं खुद आखरी दिन मै बाकै जिन्दो करंगो।”
बईयरौं नै अपने मरे भए लोगौ कै फिर सै जिन्दो पाओ, भौस्से लोग सताए गए, और आजाद होनो ना चाँहो। कैसेकै बे मर कै फिर सै जिन्दे होनै के बाद एक अच्छी जिन्दगी की आस रक्खै हे।