18 बैतनिया ऐरूसलेम सै लगभग तीन किलोमीटर दूर हो।
फिर उनकै बहीं छोड़कै बौ ऐरूसलेम सैहर सै बाहार बैतनिया कै चलो गओ। जहाँ बानै रात बिताई।
उसई दिन बाके चेलौ मै सै दो चेला, ऐरूसलेम सै कोई सात मील दूर बसे इम्माऊस नाम के गाम कै जा रए हे।
मरियम और बाकी बहन मारथा के गाम बैतनिया मै लाजर नाम को एक आदमी बेमार हो।
जब बे पाँच या छै किलोमीटर अग्गे चले गए, तौ उनौनै देखो कै ईसु झील मै चलते भए किसती के धौंरे आ रओ हो। इस्सै बे डर गए।
और सैहर के बाहार उस रस कुन्ड मै अंगूर किचलो गओ, और उस कुन्ड मै सै इत्तो खून लिकरो कै घोड़ौ के लगामौं तक पौंचो, और तीन सौ किलोमीटर तक बैह गओ।
सैहर चौखनटो बसो भओ हो, और उसकी लम्बाई, चौंड़ाई बराबर ही। और उस सुरगदूत नै उस लठिया सै सैहर कै नापो, तौ उसकी लम्बाई और चौंड़ाई और ऊँचाई बराबर दो हजार चार सौ किलोमीटर ही।