41 भौस्से आदमी बाके धौंरे आकै जौ कैबै हे, “यहून्ना नै तौ कोई चिन्न ना दिखाओ, फिर बी बानै जो कुछ इस आदमी के बारे मै कैई ही, बौ सब सच हो।”
और अपने दरबारिऔं सै कैई, “जौ यहून्ना जल संस्कार दैनै बारो है, जो मरे भए मै सै जी उठो है, इसताँई बौ महान चमत्कार दिखा रओ है।”
और उसकै ढूंड़तेई जौ बोले, “सब लोग तेकै ढूंड़ रऐ हैं।”
इतने मै जब हजारौं की भीड़ लग गई, हिंया तक कै एक दूसरे के ऊपर गिर पड़ल लगे, तौ ईसु सबसै पैले अपने चेलौ सै कैललगो, “फरीसिऔं के कपटरूपी खमीर सै चौकस रैहईओ।
एक दिन ईसु गन्नेसरत नाम की झील के किनारे खड़ो हो, तब भीड़ ईसु कै दबाते भए चारौ लंग सै घेरकै परमेसर को बचन सुन्नै के ताँई खड़ी ही,
जौ बौई है जो मेरे बाद आनै बारो है, और जिसके जूता के फीता खोलनै के बी मैं लायक ना हौं।”
ईसु नै गलील के काना सैहर मै अपनो पैलो चमत्कार को चिन्न दिखाकै अपनी महिमा परकट करी और उसके चेलौ नै उसमै बिसवास करो।