आदमी को लौंड़ा तौ मरैगोई, जैसो कै बाके बारे मै पबित्तर सास्तर मै लिखो है, पर धिक्कार है उस आदमी मै, जो आदमी के लौंड़ा कै पकड़बावै है, बा आदमी के ताँई कितनो अच्छो होतो कै बौ पैदाई ना भओ होतो।”
पर इसताँई कै तुम लोग जानलो कै आदमी के लौंड़ा कै इस धरती मै पाप माफ कन्नै को हक है।” तब ईसु नै फालस के मारे भए सै कैई, “उठ अपनी खटिया उठा और अपने घर चलो जा।”
“मैं तुमसै सच-सच कैबौ हौं, कै जो मेरे ऊपर बिसवास करै है, बे काम जो मैं करौ हौं, बौ बी करैगो और इनसै बी महान काम करैगो, कैसेकै मैं अब्बा के धौंरे जा रओ हौं।
मैं तेसै सच-सच कैबौ हौं, जब तू जमान हो तौ अपनी कमर मै परना बांधकै जहाँ चाँहबै हो बहाँ फिरै हो, पर जब तू बुड्ढो होगो तौ तू अपने हात फैलागो और कोई दूसरो तेरी कमर बांधैगो और जहाँ तू ना चाँहैगो बहाँ तेकै ले जागो।”
ईसु नै उनसै कैई, “मैं तुमसै सच-सच कैरओ हौं, लौंड़ा खुद सै कुछ ना कर सकै है, बौ सिरप बौई करै है जो अब्बा कै करतो देखै है, कैसेकै अब्बा जो कुछ करै है लौंड़ा बी बैसोई करै है।
और जा बात मै कोई सक ना है कै जो अच्छी खबर हमकै मिली ही, बौ सबसै बड़ी है। मसी आदमी के सरीर के रूप मै जलम लेकै परकट भओ, और परमेसर के आत्मा नै बाकै धरमी ठैराओ, सुरगदूतौं नै बाकै देखो, दूसरे देस के लोगौ मै बाको परचार भओ। दुनिया के लोगौ नै बाके ऊपर बिसवास करो, और महिमा के संग बाकै ऊपर उठा लओ गओ।
फिर मैंनै सुरग कै खुलतो भओ देखो और बहाँ मेरे सामने एक सपेद घोड़ा हो। और जो घोड़ा मै बैठौ है बौ बिसवासजोग, और सच कैलाबै है। बौ सच्चाई के संग नियाय और लड़ाई करै है।
इन बातौं के बाद मैंनै नजर उठांई तौ का देखौ हौं कै सुरग मै एक मौहड़ो खुलो भओ है, और तुरही की अबाज के जैसी जो पैली अबाज मैंनै सुनी, बानै कैई, “हिंया ऊपर आ, और मैं बे बात तेकै दिखांगो, जिनको इन बातौं के बाद पूरो होनो जरूरी है।”