बौ रस्ता के किनार अंजीर को पेड़ देक्कै उसके धौंरे गओ, पर उसकै उसमै पत्तौ के सिबा कुछ ना मिलो। तब बानै पेड़ सै कैई, “तैमै फिर कबी फल ना लगैं!” और उसई बखत अंजीर को बौ पेड़ सूक गओ।
ईसु नै जब जौ सुनो तौ उसकै बड़ो अचम्बो भओ, और बानै पीछे मुड़कै उस भीड़ सै जो उसके पीछे आ रई ही बोलो, “मैं तुमकै बता रओ हौं ऐंसो बिसवास मैंनै ईसराइल मै बी कहीं ना देखो।”