ईसु नै उनसै कैई, “तुम ना जानौ हौ तुम का माँग रए हौ। जो परमेसर के घुस्सा के कटोरा कै मैं पीनै कै हौं, का तुम उसकै पी सकौ हौ? या जो दुख को जल संस्कार मैं लैनै कै हौं, तुम उसकै ले सकौ हौ?”
अबी कोई जादा टैम ना बीतो हो, कै छोटे लौंड़ा नै अपनी सैरी जायदात समैटी और किसी दूर मुलक कै चलो गओ और बहाँ कुकरम और गंदे कामौ मै अपनी सैरी जायदात बरबाद कर डारी।