4 देखौ, पानी को जिहाज कितनो बड़ो काए ना होए और हवा सै भलेई चल रओ होए पर बौ चलानै बारे की इच्छा के हिसाब सै एक छोटे से पतबार सै चलाओ जावै है।
“मेरे अब्बा नै मैंकै सब कुछ सौंपो है, अब्बा कै छोड़कै कोई बी लौंड़ा कै ना जानै है, इसई हाँई अब्बा कै कोई बी ना जानै है, सिरप लौंड़ा जानै है और बौई, जिसके ऊपर लौंड़ा उसकै परकट कन्नो चाँहै है।
उसई टैम झील मै अचानक इत्ती भयंकर आँधी उठी कै किसती लहरौं सै दबी जा रई ही और ईसु सो रओ हो।
पर सूबेदार नै पौलुस की बात सै जादा जिहाज के मालिक और चलानै बारे की बातौं मै बिसवास करो।
अगर हम घोड़ौ कै अपने काबू मै कन्नै के ताँई उनके मौह मै लगाम लगाबैं हैं तौ हम बाकै इतै-उतै घुमा सकै हैं।
बैसेई जीब बी सरीर को एक छोटो सो अंग है, मगर बौ लम्बी-लम्बी हांकै है, और देखौ, छोटी सी आग की चिंगरिया सै बड़े से बन मै आग लग जावै है।