18 और मेल-जोल कन्नै बारे, बे सान्ति सै बीज बोंगे और धारमिकता को फल पांगे।
धन्न हैं बे, जो मेल करबाबै हैं, बे परमेसर की औलाद कैलांगे।
काटनै बारे कै अब मजदूरी मिल रई है और बौ हमेसा की जिन्दगी के ताँई फसल इखट्टी कर रओ है, कै बोनै बारो और काटनै बारो दौनौ मिलकै खुसी मना सकैं।
कैसेकै जो कोई अपने सरीर के ताँई बोबै है, बौ अपने सरीर सै नास की फसल काटैगो। पर जो आत्मा के ताँई बोबै है, बौ आत्मा सै हमेसा की जिन्दगी की फसल काटैगो।
और परमेसर की बड़ाई और तारीफ के ताँई तुम बा धारमिकता के फल सै भरपूर होते जाँय जो ईसु मसी के दुआरा मिलै है।
सैरे सुदार थोड़े टैम के ताँई अच्छे ना लगै हैं, पर दुख देवै हैं, पर बा सुदार सै सीक मिलै है और बाद मै सान्ति और नेकी को फल पावै हैं।
कैसेकै आदमी के घुस्सा की बजै सै जो परमेसर की नजरौ मै सई है बौ ना हो सकै है।