3 तौ तू भारचे लत्ता बारे आदमी को मौह देखकै कैए कै तू हिंया अच्छी जघै बैठ; और बा मैले लत्ता बारे गरीब आदमी सै कैए कै तू बहाँ खड़ो रैह, या मेरे पाँऐ के धौंरे बैठ।
ऐंसे लोग चुगली कन्नै बारे और दूसरौं मै गलती ढूंड़नै बारे हैं, और जे अपनी बुरी इच्छा के पीछे चलै हैं और अपने मौह सै घमंड बारी बात बोलै हैं, और अपने फाएदा के ताँई जे दूसरौं की झूँटी बड़ाई करै हैं।