18 पर कोई कैह सकै है कै, “तेरे धौंरे बिसवास है, तौ मेरे धौंरे करम है। अब तू बिना करम के अपनो बिसवास दिखा और मैं तेकै अपनो बिसवास करमौ के दुआरा दिखांगो।”
मैंकै अगर परमेसर की ओर सै बोलनै को बरदान मिलो है, और मैं परमेसर की सिगरी भेद की बातौं और गियान की बातौं कै समजौ हौं, और मैंकै जौ बिसवास है कै पहाड़ कै एक जघै सै दूसरी जघै मै खिस्का सकौं। पर मेरे दिल मै पियार ना है, तौ मैं कुछ बी ना हौं।
हे मेरे पियारे सातिऔं, जब हमकै जे बादे मिले हैं, तौ आऔ हम बा चीज कै सुद्द करैं जो हमरे सरीर और आत्मा कै असुद्द बनाबै हैं, और परमेसर को डर मानते भए पबित्तर बनौ।
बगैर बिसवास के परमेसर कै खुस कन्नो नामुमकिन है। कैसेकै जो परमेसर के धौंरे आवै है बाके ताँई जौ बिसवास कन्नो जरूरी है, कै परमेसर है और जो बाकै ढूंड़ै है उनकै बौ ईनाम देवै है।