16 और तुम्मै सै कोई उनसै कैए कै, “सान्ति सै जाऔ, परमेसर तुमरी सायता करैगो; और तुम गरम लत्ता पैहरौ और पेट भरकै रोटी खाऔ,” मगर तुम उनके सरीर के ताँई जो जरूरी है बौ चीज ना दो तौ, फिर जा बात सै का फाएदा?
ईसु नै अपने चेलौ कै धौंरे बुलाकै कैई, “मैंकै इस भीड़ मै तरस आ रओ है, कैसेकै जे तीन दिन सै मेरे संग रैह रए हैं और इनके धौंरे खानै कै कुछ बी ना है और मैं इनकै भूँकोई बिदा कन्नो ना चाँहौ हौं। कहीं ऐंसो ना हो कै जे रस्ता मै बेहोस हो जाँय।”