“पर जो कोई मेरी बात सुनै है, पर उनमै चलै ना है, बौ उस आदमी के हाँई है, जिसनै मट्टी मै बिना नीह को घर बनाओ। जब बामै तेज धार लगी तौ, बौ तुरन्त गिर पड़ो, और गिरकै सत्तियानास हो गओ।”
तबई समौन नै खुद बाकी बातौं मै बिसवास करो और जल संस्कार लओ और जाके बाद बौ फिलिप्पुस के संग रैहल लगो और चिन्न और बड़े-बड़े चमत्कारौं के कामौ कै देक्कै बौ अचम्बे मै पड़ जावै हो।
ओ भईयौ और बहनौ, परमेसर नै तुमकै आजाद रैहनै के ताँई बुलाओ है, पर ऐंसो ना होए कै तुमरी आजादी सरीर के बुरे कामौ की ओर होए। पर पियार सै एक दूसरे की सेवा करौ।
कैसेकै कसरत सरीर के ताँई अच्छी है। पर भक्ति की जिन्दगी बासै बी जादा अच्छी है, कैसेकै इसई के ताँई हमकै जा जिन्दगी को और आनै बारी जिन्दगी को बादो मिलै है।
बे कैबै हैं कै हम परमेसर कै जानै हैं, पर अपने कामौ सै उसको इनकार करैं हैं, कैसेकै बे नफरत कन्नै बारे और आगियाँ ना माननै बारे हैं, और किसी अच्छे काम के लायक ना हैं।
जौ बात सच है, और मैं चाँहौ हौं कै, तू इन बातौं के बारे मै हिम्मत सै बोलै, इसताँई कै जिनौनै परमेसर मै बिसवास करो है, बे भले भले कामौ मै लगे रैहनै को धियान रक्खैं। जे बात भली और आदमिऔ के काम की हैं।
बिसवास की बजै सैई जब परमेसर इब्राहिम कै परख रओ हो तौ बानै अपने लौंड़ा इसहाक कै बलि चढ़ानै के ताँई दे दओ और जिस इब्राहिम नै बादेऔ कै पाओ हो बौई अपने एकई लौंड़ा की बलि चढ़ानै के ताँई तईयार हो।
तुम तरै-तरै की सिक्छा के बैहकाबे मै ना अईओ। तुमरे दिल के ताँई जौ अच्छो है कै बौ परमेसर की किरपा के दुआरा मजबूत करो जाय। पर खानै पीनै के नियम के ताँई ना, कैसेकै जो खानै पीनै के नियम कै मानै है उनकै कुछ फाएदा ना मिलै है।
और तुम्मै सै कोई उनसै कैए कै, “सान्ति सै जाऔ, परमेसर तुमरी सायता करैगो; और तुम गरम लत्ता पैहरौ और पेट भरकै रोटी खाऔ,” मगर तुम उनके सरीर के ताँई जो जरूरी है बौ चीज ना दो तौ, फिर जा बात सै का फाएदा?