और उन बड़े पुजारी के हाँई ईसु कै हर रोज पैले अपने पापौं के ताँई और फिर सिगरे लोगौ के पापौं के ताँई बलि चढ़ानै की जरूरत ना है; कैसेकै बानै खुद कै बलि चढ़ाकै एकई दफै मै हमेसा के ताँई निपटारो कर दओ है।
पर जो तम्बू के भीतर को कमरा है बामै सिरप बड़ो पुजारी साल मै एक दफै जावै है और बौ खून लेए बिना ना जावै है और बा खून कै अपने पापौं के ताँई और अनजाने मै करे भए लोगौ के पापौं के ताँई चढ़ाबै है।