इसताँई जब तक परमेसर की ठैराई भई आराम कन्नै की जघै मै जानै को बादो अबी बी बनो भओ है तब तक हमकै चौकस रैहनो चँईऐ जिस्सै कै कोई बी आदमी बा बादे सै छुट ना जाऐ।
और हम जिनौनै बिसवास करो आराम कन्नै की जघै मै पौंचे, पर परमेसर नै दूसरे लोगौ के बारे मै कैई ही, “मैंनै घुस्सा मै आकै कसम खाई कै, ‘बे मेरी आराम कन्नै की जघै मै कबी ना पौंचंगे।’” जबकि दुनिया के सुरूआत सैई बाके काम पूरे हो गए हे।
और सुरग सै मैंनै जौ अबाज सुनी, “लिख: धन्न हैं बे मुरदे, जो परभु मै बिसवास करते भए मरे हैं!” और आत्मा कैबै है कै ठीक है, “कैसेकै अब सै बे अपनी मैहनत के बाद आराम करंगे, कैसेकै उनके करम, उनके संग हैं।”