अगर कोई मैंकै और मेरी बातौं कै, बैबिचारी और पापी लोगौ के डर सै मेरो इनकार करैगो, तौ ‘मैं’ आदमी को लौंड़ा बी जब पबित्तर सुरगदूतौं के संग अपने अब्बा की महिमा मै आंगो, तब मैं बी उसको इनकार कर दंगो।”
जो कोई मैंकै और मेरी बातौं कै लोगौ के बीच मै माननै सै सरमागो तौ ‘मैं’ आदमी को लौंड़ा बी, जब अपनी और अपने अब्बा की, और पबित्तर सुरगदूतौं की महिमा के संग आंगो, तौ मैं बी उसकै ना मानंगो।
ईसु नै बासै कैई, “मैंकै मत छूँ, कैसेकै मैं अब तक अब्बा के धौंरे ऊपर ना गओ हौं, पर मेरे भईयौ के धौंरे जा, और उनकै बता कै, ‘मैं अपने अब्बा और तुमरे अब्बा और अपने परमेसर और तुमरे परमेसर के धौंरे ऊपर जाबौ हौं।’”
पर जे लोग एक अच्छे देस मै जानै की सोचै हैं यानी सुरग मै। उनके बारे मै परमेसर जौ कैने मै ना सरमाबै है कै मैं उनको परमेसर हौं। कैसेकै बानै उनके ताँई एक सैहर बनाओ है।
इसताँई जैसे बालक मांस और खून सै बनो है बैसेई बौ बी खून और मांस के सरीर मै साजेदार बनो है जिस्सै कै बौ अपनी मौत के दुआरा बा सैतान कै जिसकै मौत के ऊपर हक मिलो है बाकै नास कर सकै।
इसताँई हे मेरे बिसवासी भईयौ और बहनौ, तुम बी सुरग की बुलाहट मै हिस्सेदार हौ, इसताँई तुमरो सिगरो धियान ईसु की ओर होए जो परमेसर को भेजो भओ आदमी और बड़ो पुजारी है जिसकै हम मानै हैं।