ओ भईयौ और बहनौ, परमेसर नै तुमकै आजाद रैहनै के ताँई बुलाओ है, पर ऐंसो ना होए कै तुमरी आजादी सरीर के बुरे कामौ की ओर होए। पर पियार सै एक दूसरे की सेवा करौ।
पियार के संग जिऔ, ठीक बैसेई जिस तरै सै मसी नै तुमसै पियार करो और हमरे पापौं के ताँई एक अच्छी खसबोई बारी भेंट बनकै परमेसर के सामने खुद कै बलि के ताँई दे दओ।
ओ भईयौ और बहनौ, हमकै तुमरे ताँई परमेसर को हमेसा धन्नबाद दैनो चँईऐ और जौ सई बी है, कैसेकै तुमरो बिसवास बेसानी बढ़तो जावै है और आपसी पियार बी बढ़तो जावै है।
अब देखौ जब तुमनै सच्चाई की बातौं कै मानो है और अपनी आत्मा कै पबित्तर करो है तौ तुम सच्चे दिल सै एक दूसरे सै पियार रक्खौ, और आनै बारे बखत मै बी पूरे दिल सै पियार करौ।
अगर कोई कैबै है कै, “मैं परमेसर सै पियार करौ हौं” और बौ अपने भईया सै नफरत करै, तौ बौ झूँटो है। कैसेकै जो अपने भईया सै पियार ना करै है, जिसकै बौ देखै है, तौ बा परमेसर कै जिसकै बानै कबी देखोई ना है, पियार कैसे कर सकै है?