2 जाई बिसवास की बजै सै पुराने बड़े बुजरगौं कै परमेसर सै अच्छी गभाई मिली ही।
पुराने जमाने मै परमेसर नै नबिऔ के दुआरा हमरे बापदादौं के संग बेरमबेर और अगल अगल तरीका सै बात करीं।
बिसवास की बजै सैई इन सबई के बारे मै अच्छी गभाई पाई पर तब्बी उनकै बे चीज ना मिलीं जिनको बादो परमेसर नै करर खाओ हो।
बिसवास सैई हाबिल नै परमेसर के ताँई कैन सै बढ़िया चढ़ाबो चढ़ाओ, और बिसवास सैई परमेसर नै हाबिल कै धरमी ठैराओ। कैसेकै परमेसर नै बाके चढ़ाबे कै अपनाओ। हाबिल तौ मर गओ पर बाको बिसवास अब्बी बात करै है।