1 नियम तौ सिरप आनै बारी अच्छी चीजौ की छाँई है, पर जौ असली ना है। इसताँई हर साल बेरमबेरा बैसेई बलिऔ कै चढ़ानै के दुआरा नियम के धौंरे आनै बारे लोगौ कै सिद्द ना कर सकै है।
कैसेकै जो काम सरीर की कमजोरी के कारन नियम ना कर सको, उसकै परमेसर नै करो, यानी अपनेई लौंड़ा कै उसनै पापी आदमी जैसे आदमी के सरीर मै भेजो, इस तरीका सै परमेसर नै आदमी के सरीर मै पाप कै सजा दई।
लेबी गोत के पुजारी दुआरा मूसा को नियम लोगौ कै मिलो है। अगर लेबी पुजारी के काम सै पूरोपन मिलै है, तौ दूसरे तरै के पुजारी की आनै की जरूरत काए है? और एक ऐंसे पुजारी की जो मलकीसदेक के हाँई होए, ना की हारून के खानदान को।
जिन चीजौ की सेवा पुजारी लोग करै हैं बौ सुरग की नकल और छाँई के हाँई है। जब मूसा तम्बू बनानै बारो हो तौ तबई परमेसर नै बाकै जौ चितौनी दई कै, “तू सिगरे चीजौ कै बैसेई बनईए जैसो मैंनै तेकै पहाड़ मै दिखाओ हो।”
तबई जौ जरूरी है कै जो चीज सुरग की चीजौ के हाँई हैं उनकै इनई बलिदानौ के दुआरा सुद्द करो जाऐ, पर सुरग की चीजौ कै तौ इनसै बी अच्छे बलिदानौ के दुआरा सुद्द करो जावै है।