“जब मैं घूम रओ हो तबई मैंनै इन चीजौ कै तुमकै पूजते भए देखो तबई एक जघै ऐंसी बेदी देखी जिसमै जौ लिखो हो, ‘अनजाने देबता के ताँई’ इसताँई जिसकै तुम बगैर जाने पूजौ हौ, मैं तुमकै बाके बारे मै बताबौ हौं।
जब उनौनै परमेसर को सच्चो गियान पानो सई ना समजो, तौ परमेसर नै बी उनकै जो ना सोचनो चँईऐ, बौई सोचनै के ताँई और जो ना कन्नो चँईऐ बौई कन्नै के ताँई छोड़ दए।
कैसेकै परमेसर के बुद्धि के हिसाब सै जा दुनिया के लोग अपनेई बुद्धि सै परमेसर कै ना जानै हैं। तबई परमेसर कै जौ अच्छो लगो कै जिन परचार कन्नै बारे लोगौ कै जा दुनिया के लोगौ नै मूरख समजो उनई के परचार के दुआरा बिसवास कन्नै बारौ के ताँई मुक्ति को रस्ता खुलो।
जब मूरतिऔं के सामने बलि करी भई चीजौ के खानै के बारे मै हम जानै हैं कै, “जा दुनिया मै मूरत कुछ बी चीज ना है, और हम जानै हैं कै एक कै छोड़कै और कोई दूसरो परमेसर ना है।”
कैसेकै बे खुद हमरे बारे मै बताबै हैं कै तुमनै हमरो सुआगत कैसो करो और तुम मूरतिऔं कै छोड़कै परमेसर की ओर कैसे आए, जिस्सै कै बे जिन्दे और सच्चे परमेसर की सेवा करैं।
कैसेकै तुम लोग अबिसवासी आदमिऔ के हाँई बैबिचार, बुरी इच्छा, पियकड़ लोग, ऐंसी दाबतौं मै जानो जहाँ कुकरम और बैबिचार होवै हैं, और दारू पीनै की दाबत और बेकार की मूरती पूजा कन्नै मै बौ बखत बिता चुके हौ।