12 पर नियम को बिसवास सै कोई मतलब ना है, कैसेकै पबित्तर सास्तर मै जौ लिखो है कै, “जो नियम मै लिखी भई बातौं कै मानैगो, बौ उनई के बजै सै जीगो।”
ईसु नै उस्सै कैई, “तू मैंसै भलाई के बारे मै काए पूँछै है? भलो तौ एकई है, पर अगर तू जिन्दगी मै परबेस कन्नो चाँहै है तौ, आगियाँऔ कै मान कर।”
और अगर जौ परमेसर के किरपा सै भओ है, तौ जौ हमकै काम सै ना मिलो है अगर काम सै मिलतो तौ किरपा, किरपा ना रैहती।
अगर जा नियम कै माननै बारे हकदार हैं, तौ बिसवास को कोई मतलब ना है और बादो बी बेकार है।
इसताँई सई बात जौ है कै बादो बिसवास को फल है जो किरपा के हिसाब सै है। ताकि इब्राहिम के सिगरे टब्बर के ताँई पक्को हो, ना सिरप नियम कै माननै बारौ के ताँई पर उन सबई ताँई बी जो इब्राहिम के जैसो बिसवास रक्खै हैं, कैसेकै बौ हम सबको अब्बा है।
और मैं मर गओ। इस तरै सै बौ नियम, जिसकै जिन्दगी की ओर लेजानो चँईऐ हो, बौ मौत कै लेकै आओ।