का मैं आदमी की ओर सै अपनी बड़ाई चाँहौ हौं या परमेसर की? का मैं आदमिऔ कै खुस कन्नै के ताँई लगो रैहबौं हौं? अगर मैं अब तक लोगौ कै खुस करतो रैहतो तौ मैं मसी को सेवक ना होतो।
इसताँई हे मेरे पियारे दोस्तौ, जैसे तुम हमेसा मेरी बातौं कै बा टैम मानै करै हे जब मैं तुमरे संग हो, और अब जब मैं तुमरे संग ना हौं तौबी तुम माने करौ, और तुम डरते और कांपते भए अपनी अपनी मुक्ति कै पूरो करते जाऔ।
और जिस दिन सै हमनै जौ बात सुनी है, तब सै रोज हम तुमरे ताँई पिराथना और बिनती करै हैं कै, परमेसर तुमकै आत्मा के दुआरा सिगरी समज और बुद्धि दे, जिस्सै कै तुम बाकी इच्छा कै पूरे तरीका सै जान सकौ।
इपफरास जो तुमरे हिंया को है, बौ मसी ईसु को सेवक है, तुमकै नमस्कार कैबै है। बौ तुमरे ताँई हमेसा जौ पिराथना करतो रैहबै है कै तुम परमेसर की सिगरी मरजी के बारे मै पूरे तरीका सै समजकै और पक्के होकै टिके रौह।
पर परमेसर नै हमकै अच्छी खबर कै सौंपनै के ताँई लायक समजो है। इसताँई हम लोगौ कै खुस कन्नै के ताँई ना पर हमरे दिल कै परखनै बारे परमेसर कै खुस कन्नै के ताँई सुनावै हैं।
अपनी इच्छा कै पूरी कन्नै के ताँई परमेसर हर एक अच्छी चीजौ सै तुमकै भरै, और ईसु मसी के दुआरा जो परमेसर कै अच्छो लगै है बौ बाकै तुमरे भीतर करै। ईसु मसी की बड़ाई हमेसा-हमेसा होती रैह। ऐंसोई होए।