हे भईयौ और बहनौ, खुस रौह। अब मैं तुमसै बिदा चाँहौ हौं, अपनो चाल-चलन सई रक्खौ, और बैसोई करिओ जैसो मैंनै कैई है, एकई सोच रक्खौ और सान्ति सै रैहऔ, पियार और सान्ति को परमेसर तुमरे संग रैह।
ओ भईयौ और बहनौ, हमकै तुमरे ताँई परमेसर को हमेसा धन्नबाद दैनो चँईऐ और जौ सई बी है, कैसेकै तुमरो बिसवास बेसानी बढ़तो जावै है और आपसी पियार बी बढ़तो जावै है।
जैसो मैंनै मकिदुनिया मुलक मै जाते दफै तुम लोगौ सै इफिसुस सैहर मै रैहनै की बिनती इसताँई करी कै जो लोग इफिसुस मै गलत सिक्छा दे रए हैं, उनकै समजाऔ कै बे ऐंसो ना करैं।
पर कोई अपने रिस्तेदारौ की और खास करकै अपने टब्बर के आदमिऔ की फिकर ना करै है, बौ बिसवास मै पिच्छे हट गओ है, और बौ उनसै बी बुरो बन गओ है, जो बिसवास ना करैं हैं।
यहून्ना की ओर सै एसिया की उन सात बिसवासिऔ की मंडलिऔ के ताँई लिखौ हौं। उस परमेसर की ओर सै जो है और जो हो और जो आनै बारो है, और उन सात आत्माऔ की ओर सै जो बाके सिंगासन के सामने हैं; तुमकै किरपा और सान्ति मिलती रैह।