4 और ना तुमरे बीच मै बेसरम और बेबकूफ बारी बात होनी चँईऐ और ना गंदी बातौं सै मजाक, जो तुमरे ताँई अच्छी ना हैं। पर तुमकै बस परमेसर को धन्नबाद देतो रैहनो चँईऐ।
जब उनौनै परमेसर को सच्चो गियान पानो सई ना समजो, तौ परमेसर नै बी उनकै जो ना सोचनो चँईऐ, बौई सोचनै के ताँई और जो ना कन्नो चँईऐ बौई कन्नै के ताँई छोड़ दए।
तुमरे मौह सै कोई बी गलत बात ना लिकरै, पर जरूरत के हिसाब सै बौई लिकरै जो उनके अग्गे बढ़ानै के ताँई अच्छो है जिस्सै कै उन सुन्नै बारौ के ऊपर उस्सै भलो होए।
जे बेकार की घमंड की बात करकै और सरीर की बुरी इच्छा और लुचपन की बातौं मै उनकै अपनी ओर खैंच लेबै हैं, जो गलत सिक्छा मै हैं उन लोगौ सै अबी-अबी बचकै लिकरे हैं।
पर जे लोग जिन बातौं कै ना समजै हैं, उन बातौं के बारे मै बुरो कैबै हैं, और ना समज जनाबरौ के हाँई जिन बातौं कै बे सीदे सादे तरीका सै जानै हैं, बेई इनकी नास की बजै बनै हैं।