32 तुम आपस मै एक दूसरे के ऊपर दया और रैहम करौ, और जिस तरै सै परमेसर नै मसी की बजै सै तुम लोगौ की गलतिऔं कै माफ करो बैसेई तुम बी एक दूसरे की गलतिऔं कै माफ करौ।
बलकन अपने दुसमनौ कै बी पियार करौ, उनके संग भलाई करौ। कुछ बी बापस लैनै की उमीद छोड़कै उधार दो। फिर तुमरे ताँई बड़ो ईनाम होगो; और तुम परम परमेसर की औलाद बनौगे, कैसेकै परमेसर कै जो धन्नबाद ना करैं हैं, और बुरे लोग हैं, परमेसर उनके ऊपर बी दया करै है।
“किसी को बी नियाय कन्नै बारे ना बनौ, तौ परमेसर बी तुमरो नियाय ना करैगो। किसी कै दोसी ना बनाऔ, तौ तुमकै बी परमेसर दोसी ना बनागो, माफ करौगे तौ, तुमकै बी परमेसर माफ करैगो।
अगर किसी बात मै किसी आदमी कै तुम माफ करौ हौ तौ मैं बी बाकै माफ करौ हौं, कैसेकै मैंनै बी जो कुछ माफ करो है, तौ बौ तुमरी बजै सै मसी की जघै मै होकै करो है,
देखौ, सबर रखनै बारौ कै हम धन्न कैबै हैं। तुम लोगौ नै आयूब के सबर के बारे मै तौ सुनोई है, और परभु नै आखरी मै बाकै बाको ईनाम बी दओ, बाकै बी तुम जानौ हौ। कैसेकै परभु बेसानी तरस खानै बारो और दया कन्नै बारो है।