जब हमरो बहाँ सै जानै को बखत आओ, तौ बे अपने टब्बर के संग हमकै बिदा कन्नै के ताँई सैहर के बाहार तक आए, और तबई हमनै समन्दर के किनारे घूंटे टेक कै पिराथना करी।
फिर बानै घूंटे के बल टिक कै जोर सै कैई कै, “हे परभु, जौ पाप उनके ऊपर मत लगईए।” और जौ कैह कै बानै अपने पिरान छोड़ दए। सितेफनुस कै मारनै के ताँई साऊल को बी हात हो।
तबई पतरस नै सिगरे लोगौ कै बाहार लिकार दओ और घूंटेऔ के बल पिराथना करल लगो और लाहस की ओर देक्कै कैई कै, “हे तबीता, उठ खड़ी हो जा।” तबई बानै अपनी आँख खोलीं और पतरस कै देक्कै उठकै बैठ गई।