ओ भईयौ और बहनौ, और परभु के पियारे लोगौ हम हमेसा तुमरे बारे मै परमेसर कै धन्नबाद देवै हैं, कैसेकै परमेसर नै सुरू सैई तुमकै चुन लओ हो कै तुम परमेसर की आत्मा की सकति के दुआरा पबित्तर बनकै और सच्चाई मै बिसवास करकै मुक्ति पाऔ।
इसताँई मैं जे दुख बी उठा रओ हौं, फिर बी मैं सरमाबौ ना हौं कैसेकै मैं जौ बात जानौ हौं कै मैंनै किस मै बिसवास करो है। मैंकै पक्को भरोसो है कै जो मैंकै चीज सौंपी हैं बाकी रखबारी बौ कर सकै है, जब तक कै बौ नियाय को दिन ना आय।