और उस बिसवासिऔ की मंडली कै बी नमस्कार जो उनके घर मै इखट्टे होवै हैं। मेरे पियारे दोस्त इपनितुस कै मेरो नमस्कार जिसनै एसिया मुलक मै मसी कै सबसै पैले अपनाओ हो।
मैं चाँहौ हौं कै तुमकै जौ बात पतो चल जाय कै मैं तुमरे ताँई और लौदीकिया के बिसवासी लोगौ के ताँई और उन सबई लोगौ के ताँई जिनौनै मैंकै कबी देखोई ना है, कैसी मैहनत कर रओ हौं।
और जब तुम जा चिट्ठी कै पढ़कै सुना दोगे; तौ तबई जौ लौदीकिया के बिसवासिऔ की मंडली मै बी पढ़कै सुनाई जाय, और बौ चिट्ठी जो लौदीकिया बारौ कै मैंनै भेजी ही बाकै तुम बी पढ़िओ।