2 जिस्सै उनके मनौ मै सान्ति होए और बे पियार की एकता के संग आपस मै बंधे रैंह, और बे पूरी समज को सैरो धन पाकै परमेसर के गुप्त बात कै, मतलब मसी कै पैचान लैं,
उसई टैम ईसु नै कैई, “हे परम पिता, सुरग और धरती के परभु, मैं तेरो धन्नबाद करौं हौं, कै तैनै जे बात गियानिऔ और समजदारौं सै छिपा कै, बालकौ के ऊपर परकट करीं हैं।
“मेरे अब्बा नै मैंकै सब कुछ सौंपो है, अब्बा कै छोड़कै कोई बी लौंड़ा कै ना जानै है, इसई हाँई अब्बा कै कोई बी ना जानै है, सिरप लौंड़ा जानै है और बौई, जिसके ऊपर लौंड़ा उसकै परकट कन्नो चाँहै है।
उमीद को सोत परमेसर है, और बौ तुम लोगौ कै पूरी खुसी और सान्ति सै भर दे जैसो कै तुमरो बिसवास उसमै है। ताकि पबित्तर आत्मा की सकति सै तुमरी उमीद बढ़ती जाऐ।
जो तुमकै खड़ो कर सकै है उस परमेसर की महिमा हो बौ मेरी अच्छी खबर के दुआरा और ईसु मसी के परचार के दुआरा कई सदिऔं सै लुके भए सच्चे राज कै परकट कन्नै के दुआरा तुमकै खड़ो करैगो।
और जिस दिन सै हमनै जौ बात सुनी है, तब सै रोज हम तुमरे ताँई पिराथना और बिनती करै हैं कै, परमेसर तुमकै आत्मा के दुआरा सिगरी समज और बुद्धि दे, जिस्सै कै तुम बाकी इच्छा कै पूरे तरीका सै जान सकौ।
और बे खुद कै मसी के आधीन रखनो ना चाँहै हैं, जो मुखिया हैं। मसी बौ अंग है जो सरीर कै सकति देवै और जोड़ौ कै और नसौ कै बिनकै अग्गे बढ़ाबै है और जौ सबई कुछ परमेसर की सकति सै होवै है।
और जाके संग-संग तुम हमरे ताँई बी पिराथना करौ, जिस्सै परमेसर हमकै बचन सुनानै के ताँई ऐंसी रस्ता खोल दै कै, हम मसी की बा गुप्त बात के बारे मै बता सकैं जिसकी बजै सै मैं कैद मै हौं।
कैसेकै हमरी अच्छी खबर तुमरे धौंरे सिरप बातौंई सै ना बलकन पबित्तर आत्मा की सकति और पक्के बिसवास सै तुम लोगौ के बीच मै पौंची है। तुम लोग जौ बी जानौ हौ कै हम जब तुमरे संग हे तौ तुमरे फाएदा के ताँई हमनै कैसी जिन्दगी बिताई ही।
और जा बात मै कोई सक ना है कै जो अच्छी खबर हमकै मिली ही, बौ सबसै बड़ी है। मसी आदमी के सरीर के रूप मै जलम लेकै परकट भओ, और परमेसर के आत्मा नै बाकै धरमी ठैराओ, सुरगदूतौं नै बाकै देखो, दूसरे देस के लोगौ मै बाको परचार भओ। दुनिया के लोगौ नै बाके ऊपर बिसवास करो, और महिमा के संग बाकै ऊपर उठा लओ गओ।
इसताँई हे भईयौ, तुम जौ बात जाननै के ताँई हमेसा तईयार रौह, कै परमेसर नै तुमकै सच्ची मैई बुलाओ और चुनो है। कैसेकै अगर तुम इन बातौं कै करौ हौ तौ तुम कबी ठोकर ना खाऔगे।
परमेसर की सुरग की सकति नै हमकै बौ सब कुछ दओ है जो जिन्दगी और भक्ति के ताँई जरूरी है; और जौ सब हमनै बाके गियान पानै की बजै सै पाओ है, जिसनै हमकै अपनी बड़ाई और भलाई मै सामिल होनै के ताँई बुलाओ है।