24 इस बखत तुमरे ताँई मैं जो बी मुसीबत उठा रओ हौं, बाके बजै सै मैं खुस हौं। मसी को सरीर मतलब बिसवासिऔ की मंडली के ताँई मसी के दुख उठानै की जो बी कसर मेरी रैह गई है, बौ मैं अपने सरीर मै लेकै पूरी करौ हौं।
उनौनै उस्सै कैई, “हम बैसो कर सकै हैं” फिर ईसु नै उनसै कैई, “तुम बौ कटोरा पिऔगे, जो मैं पीनै बारो हौं और जो जल संस्कार मैं लैनै बारो हौं, उसकै तुम बी लोगे।
मेरे धौंरे जो कुछ है, बाकै मैं तुमरे ताँई खुसी के संग खरच करौ हौं और तुमरे ताँई मैं खुद कै बी खरच कर दंगो। जब मैं तुमसै जादा पियार करौ हौं, तौ तुम मैंसै कम पियार कैसे कर सकौ हौ?
हम दुखी लोगौ के हाँई दिखाई देवै हैं, पर हम हमेसा खुस रैहबै हैं। हम गरीब लोगौ के हाँई दिखाई देवै हैं, पर दूसरौं कै सेट बना देवै हैं। लोग समजै हैं कै हमरे धौंरे कुछ ना है तौबी हमरे धौंरे सब कुछ है।
और मैं मसी कै जान्नो चाँहौ हौं और बा सकति कै बी जिस्सै बौ फिर सै जिन्दो भओ हो; मैं बाके दुखौं को हिस्सेदार होनो चाँहौ हौं, और बाकी मौत के बारे मै बाके हाँई बनौ।
बिसवासिऔ की मंडली मसी को सरीर है और मसी बिसवासिऔ की मंडली की खोपड़ी है। बौई सबसै पैलेसैई है और मरे भएऔं मै सै फिर सै जिन्दो होनै बारो बौ पैलो है, जिस्सै कै सिगरी बातौं मै बौई सबसै बड़ो होगो।
इसताँई ना तौ तू हमरे परभु की गभाई दैनै सै और ना मैंसै जो बाको कैदी है, सरमईओ। पर बा सकति के दुआरा अच्छी खबर कै सुनानै के ताँई मेरे संग दुख उठाऔ जो परमेसर की ओर सै मिलै है।