उसई घड़ी बौ पबित्तर आत्मा मै होकै खुसी सै भर गओ, और कैई, “हे अब्बा, सुरग और धरती के परभु, मैं तेरो धन्नबाद करौं हौं, तैनै जे बात गियानिऔ और समजदारौं सै छिपाई रक्खीं, और सीदे सादे लोगौं कै बताई हैं, हे अब्बा, तेकै जौई अच्छो लगो।
कैसेकै परमेसर के बुद्धि के हिसाब सै जा दुनिया के लोग अपनेई बुद्धि सै परमेसर कै ना जानै हैं। तबई परमेसर कै जौ अच्छो लगो कै जिन परचार कन्नै बारे लोगौ कै जा दुनिया के लोगौ नै मूरख समजो उनई के परचार के दुआरा बिसवास कन्नै बारौ के ताँई मुक्ति को रस्ता खुलो।
और अब किसी मै कोई फरक ना है, चाँहे यूनानी होए या यहूदी, चाँहे खतना बारो होए या बिना खतना बारो, चाँहे सैहर को होए या जंगल को, चाँहे गुलाम होए या आजाद। मसी सिगरी बातौं मै सबई सै बढ़कै है और बौ हम सबई मै रैहबै है।