18 बिसवासिऔ की मंडली मसी को सरीर है और मसी बिसवासिऔ की मंडली की खोपड़ी है। बौई सबसै पैलेसैई है और मरे भएऔं मै सै फिर सै जिन्दो होनै बारो बौ पैलो है, जिस्सै कै सिगरी बातौं मै बौई सबसै बड़ो होगो।
इस बखत तुमरे ताँई मैं जो बी मुसीबत उठा रओ हौं, बाके बजै सै मैं खुस हौं। मसी को सरीर मतलब बिसवासिऔ की मंडली के ताँई मसी के दुख उठानै की जो बी कसर मेरी रैह गई है, बौ मैं अपने सरीर मै लेकै पूरी करौ हौं।
और बे खुद कै मसी के आधीन रखनो ना चाँहै हैं, जो मुखिया हैं। मसी बौ अंग है जो सरीर कै सकति देवै और जोड़ौ कै और नसौ कै बिनकै अग्गे बढ़ाबै है और जौ सबई कुछ परमेसर की सकति सै होवै है।
ईसु मसी की ओर सै जो बिसवासजोग गभाई, मरे भएऔं मै सै पैलो जी उठनै बारो और धरती के राजाऔं को राजा है, तुमकै किरपा और सान्ति मिलती रैह। बौ जो हम सै पियार रक्खै है, और बानै अपने खून के दुआरा हमरे पापौं सै हमकै छुड़ाओ है।
जब सातमे दूत नै तुरही बजाई तौ सुरग मै तरै-तरै की अबाज जोर सै सुनाई देल लगीं कै, “दुनिया को राज हमरे परभु और उसके मसी को राज बन गओ है और बौ हमेसा राज करैगो।”
फिर उसनै मैंसै कैई, “सब कुछ पूरो हो चुको है। मैंई पैलो और आखरी हौं, मैंई सुरूआत और अन्त हौं। जो बी पियासो है, मैं उसकै जिन्दगी के जल के सोत सै मुफत मै पिबांगो।