पर हम मट्टी के बा बरतन के हाँई हैं जिसमै जौ खजानो रक्खो भओ है। जिस्सै जौ साप-साप हो जाऐ कै बौ सकति जो कबी खतम ना होवै है, हमरी ओर सै ना पर बौ परमेसर की ओर सै है।
और बा एक मात्तर परमेसर की ओर सै जो हमकै मुक्ति दैनै बारो है, बाकी बड़ाई, महिमा, तागत और बाको अधकार जो हमरे परभु ईसु मसी के दुआरा पुराने जमाने सै हो रओ है और अबी बी है और युगौं-युगौं तक होतो रैहगो। ऐंसोई होए।