कैसेकै कुछ साल पैले थियूदास बी खुद कै बड़ो समजै हो और कम सै कम चार सौ लोग बाके संग हे। जब बाकै मार दओ तौ बाके संग के साती बी इतै-उतै भाज गए और बाको नामोनिसान तक मिट गओ हो।
कैसेकै आदमी खुदई के बारे मै सोचनै बारो, लालची, गप्पी, घमंड कन्नै बारो, परमेसर की बुराई कन्नै बारो, अईया-अब्बा को कैहनो ना माननै बारो, दया ना कन्नै बारो, अपबित्तर,
जे बेकार की घमंड की बात करकै और सरीर की बुरी इच्छा और लुचपन की बातौं मै उनकै अपनी ओर खैंच लेबै हैं, जो गलत सिक्छा मै हैं उन लोगौ सै अबी-अबी बचकै लिकरे हैं।
पर कुत्ता, जादू-टोना कन्नै बारे, बैबिचारी लोग, खूनी लोग, मूरती पूजा कन्नै बारे, और हर एक झूँट बोलनै बारे और झूँट सै पियार कन्नै बारे, बाहारई रैहंगे।