5 दूसरे दिन ऐंसो भओ कै जब ऐरूसलेम मै उनके यहूदी नेता, बड़े बुजरग और सास्तरी लोग इखट्टे भए।
और दिन लिकरतेई तुरन्त मुक्ख पुजारिऔं, सास्तरिऔं, यहूदी बुजरग नेताऔं और सैरी महासभा नै सला करकै ईसु कै बांधकै ले गए और रोमी राजपाल पीलातुस के हात सौंप दओ।
एक दिन जब ईसु मन्दर मै लोगौं कै उपदेस देते भए अच्छी खबर सुना रओ हो, तौ मुक्ख पुजारिऔं और यहूदी सास्तरिऔं बुजरग यहूदी नेताऔं के संग उसके धौंरे आए।
जब दिन भओ तौ मुक्ख पुजारिऔं और सास्तरिऔं और यहूदी बुजरग मुखिया इखट्टे भए, और ईसु कै अपनी पंचात मै ले गए और उस्सै पूँछी,
फिर पीलातुस नै मुक्ख पुजारिऔं, यहूदी नेताऔं और लोगौं कै एक संग बुलबाओ।
और हम इसई बारे मै बात कर रए हे कै हमरे मुक्ख पुजारिऔं और अधकारिऔं नै बौ कैसे मौत की सजा दैनै के ताँई सौंप दओ। और उनौनै बौ कुरूस मै चढ़ा दओ।
तब पबित्तर आत्मा सै भरकै पतरस नै उनकै जबाब दओ, “हे बड़े बुजरगौं और नेताऔं,
तबई गमलीएल नाम को एक फरीसी आदमी खड़ो भओ जो सास्तर को गियानी हो और सिगरे लोग बाकी इज्जत करै हे बानै कैई कै, थोड़ी देर के ताँई इनकै बाहार ले जाऔ।
और इस तरै सै उनौनै लोगौ कै और यहूदी बुजरग नेताऔं कै और यहूदी सास्तरिऔं कै भड़का दओ। और तबई सितेफनुस कै पकड़कै यहूदी की बड़ी सभा के सामने ले गए।