“परभु की आत्मा मैं मैई समाई है और उसनै मैंकै चुनो है जिस्सै मैं गरीबौ कै अच्छी खबर सुनाऔं। और मैं इसताँई भेजो गओ हौं कै कैदिऔ कै छुटकारे को और अन्धौ कै देखनै की अच्छी खबर बताऔं और दबे भएऔं कै छुड़ाऔं
परमेसर नै ईसु नासरी कै पबित्तर आत्मा और सकति सै भरो हो और बौ सबई लंग फिर कै भलाई के काम करतो और जो लोग सैतान के बस मै हे उनकै बौ अच्छो करै हो, कैसेकै परमेसर बाके संग हो।
जब सातमे दूत नै तुरही बजाई तौ सुरग मै तरै-तरै की अबाज जोर सै सुनाई देल लगीं कै, “दुनिया को राज हमरे परभु और उसके मसी को राज बन गओ है और बौ हमेसा राज करैगो।”
फिर मैंनै सुरग मै किसी कै ऊँची अबाज मै जौ कैते भए सुनो, “अब हमरे परमेसर की मुक्ति और सकति और राज और उसके मसी को अधकार परकट भओ है, कैसेकै हमरे भईयौ के ऊपर दोस लगानै बारो, जो रात-दिन हमरे परमेसर के सामने उनमै दोस लगाऐ करै हो, उसकै गिरा दओ गओ है।
कैसेकै परमेसर नै उनके मन मै जौ बात डारी है कै, बे उसकी इच्छा पूरी करैं, और जब तक परमेसर के बचन पूरे ना होवै हैं, तब तक राज कन्नै को अपनो अधकार उस जनाबर कै दे दंगे।