24 जब उन्नै जे बात सुनी तौ सिगरे जनी नै एक मन होकै परमेसर सै पिराथना करकै कैई, “हे मालिक, तैनैई आसमान, धरती, समन्दर और उनमै जो कुछ है बौ सिगरो तैनै बनाओ है।
“हे भईयौ, तुम जौ ऐंसो काए कर रए हौ? हम बी तुमरेई हाँई आदमी हैं। हम तौ तुमकै अच्छी खबर सुनानै के ताँई आए हैं कै तुम इन बेकार की चीजौ कै छोड़कै जिन्दे परमेसर की ओर आऔ, जिसनै सुरग और धरती और समन्दर और जो कुछ उसमै है सिगरो बनाओ है।